Cryptocurrency kya hota hai

विगत कुछ वर्षों में आपलोगो ने ‘Cryptocurrency’ शब्द तो जरुर सुना होगा। या मैं Cryptocurrency के एक प्रकार यानी ‘Bitcoin’ का नाम लूँ तो ये शायद ज्यादा परिचित लगे। तो दोस्तो, आज यह ही हमारे चर्चा का विषय है। आइए समझते है की आखिरCryptocurrency kya hota hai’ या ‘Cryptocurrency क्या है‘ हिंदी में।

Cryptocurrency kya hota hai | What is Cryptocurrency in Hindi

जैसा कि नाम से पता चल रहा Cryptocurrency भी एक प्रकार की currency है। फिर ये हमारे द्वारा इस्तेमाल होने वाले currency से अलग कैसे है।  तो उत्तर ये हो सकता है कि ये एक digital या virtual currency है जिसका कोई भौतिक अस्तित्व (physical existence) नहीं होता है। मतलब जिस तरह paper note या coins को हम छू सकते या पकड़ सकते वैसे Cryptocurrency के साथ नहीं कर सकते।

ये विस्तार से समझने से पहले मैं थोड़ा विषय से भटकते हुए आपको संक्षिप्त मेंपैसे की कहानीके बारे में बताना चाहूँगा।

पैसे की कहानी | Barter system से Cryptocurrency तक

जब पैसा नहीं था तो वस्तुविनिमय प्रणाली या barter system हुआ करता था। यानी किसी के पास फल हो और किसी के पास सब्जियाँ तो वो आपस में इन वस्तुओं का विनिमय (exchange) कर सकते थे। इस प्रकार दोनों की जरुरते पूर्ण हो ज़ाया करती थी। परंतु ये भी निर्भर करता था की दोनों व्यक्तियों को इन वस्तुओं की परस्पर जरुरत हो।

फिर शुरू हुआ सिक्कों का चलन। ये सिक्के विभिन्न धातुओं जैसे लोहा, ताम्बा, सोना आदि के हुआ करते थे। सिक्कों का भी विनिमय (exchange) अधिक ना चल सका। कारण था एक तो भारी वजन और दूसरा अलगअलग धातुओं का अलग मूल्य (value) जिससे उनका निश्चित विनिमय (exchange)  मूल्य तय कर पाना कठिन होता था। जैसे लोहे और सोने के बीच का मूल्यांकन (valuation)।

फिर सरकार या Government system आने के बाद paper currency या नोट को विनिमय (exchange) का आधार बनाया गया। धीरेधीरे paper currency की प्रसिद्धि बढ़ती गयी और सम्पूर्ण विश्व में इसे मानक (standard) तौर पर अपनाया गया। वैसे तो हर देश की अपनी currency होती है जैसे Indian Rupees, American Dollar, British Pound आदि पर इनका आपस में conversion सम्भव है। इस conversion का आधार परस्पर देशों की आर्थिक हालात (economy) तथा gold deposit पर निर्भर करता है।

यहाँ से modern currency की पूरी व्यवस्था की शुरुआत हुई, जिसमें paper currency, digital wallet (google pay, bhim, phone pe, paytm आदि), credit card इत्यादि शामिल है। हम देख सकते है कि ये व्यवस्था पूर्णतः सरकार और बैंक द्वारा नियंत्रित होती है।

Cryptocurrency क्यूँ बनायी गयी | Why Cryptocurrency was created in Hindi

Modern currency की व्यवस्था सुलभ तो थी पर बीते समय और बढ़ते प्रचलन के साथ यहाँ भी कई सवाल खड़े होते है, जैसे;

  • हम अपना पैसा बैंक में तो जमा करते है पर बैंक उन पैसों का क्या करती उस पर हमारा नियंत्रण नहीं।
  • हमारे द्वारा किए गए प्रत्येक लेनदेन पर बैंक और सरकार की नजर रहती, क्यूँकि हमारा अकाउंट PAN या Aadhar से जुड़ा होता है।
  • हम digital payment करते है पर किसी step पर payment फेल हो जाए तो फिर हमें अलग से अपने पैसे वापस (refund) लेने की पूरी प्रक्रिया से गुजरना होता है जिसमें समय लगता है और हमारा पैसा फँसा रहता है।
  • अगर हमारा credit card clone हो जाए या password/account hack हो जाए तो भी हम सारे पैसे गवाँ सकते है।
  • क्या होगा अगर देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत खराब हो जाए और currency की value कम होती चली जाए?

इन सब स्थितियों में हम देख सकते है की bank और Government वो central system है जो इस प्रक्रिया को संचालित करती है। और इतने सारे नियमों और प्रावधानों  के बाद भी बहुत सारी ख़ामियाँ मौजूद है।

इस बीच पैसे की कहानी जारी रही और modern currency में एक नया अध्याय जुड़ा– ‘Cryptocurrency’।  Cryptocurrency का concept शायद बहुत हद तक ऊपर उल्लेख किए गए समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है।

Cryptocurrency कैसे काम करता है | How Cryptocurrency works in Hindi

Cryptocurrency का इस्तेमाल कुछ digital payment की तरह ही है। जैसे wallet payment (paytm, Google pay आदि) में हम एक app का इस्तेमाल करते और वो हमारे bank account से जुड़ा होता है। जब हम कुछ क्रय (purchase) करते है तो payment के तौर पर wallet से निश्चित रकम का विकलन (debit) हो जाता है और धारक को अदा (credit) हो जाता।

मतलब पूरा हिसाब संख्याओं में है। Paper currency या नोट का कही लेनदेन नहीं। बैंक एक third party के तौर पर पूरी लेनदेन प्रक्रिया को सत्यापित (validate) करता है।

Cryptocurrency भी कुछ ऐसे ही काम करता है पर ये कहीं ज्यादा सुरक्षित है क्यूँकि यहाँ currency transfer करने के लिए Cryptography तकनीक का इस्तेमाल होता है। Cryptography एक peer to peer तकनीक है जो banking system के विपरीत decentralised (विकेन्द्रीकृत) व्यवस्था है।

मतलब दो व्यक्तियों के बीच internet के माध्यम से सीधे पैसों का विनिमय (exchange) बिना किसी third party (जैसे bank, wallet आदि) की भागीदारी के। दोनो तरफ इस्तेमाल होने वाले computer या internet devices ही peer कहलाते है और दोनो के बीच का विनिमय (exchange) – peer to peer transfer

इस transfer को और सुरक्षा प्रदान करने के लिए cryptography का उपयोग किया जाता है। यानी transaction की पूरी information को codes/puzzle में तब्दील कर दिया जाता जिसे सिर्फ वही decode/solve कर सकता जिसके लिए ये लिखा गया हो। Cryptographic puzzle solve होने के बाद ही currency transfer को मान्य समझा जाता। यानी fraud होने का मौका ना के बराबर।

Cryptocurrencies के विभिन्न प्रकार | Different types of Cryptocurrencies 

अगर ‘Cryptocurrency कौन कौन सी है’ की बात की जाए तो Yahoo finance के मुतबिक April 2020 तक अनुमानित 5392 Cryptocurrencies अस्तित्व में है। आइए इनमे पाँच प्रमुख currencies के बारे में जाने।

1. Bitcoin (BTC)

Bitcoin को Cryptocurrency concept का जनक (inventor) या अगुआ (pioneer) माना जाता है। इसकी शुरुआत 2009 में Satoshi Nakamoto द्वारा internet पर एक श्वेत पत्र (white पेपर) जारी कर की गयी थी। परंतु आज भी Satoshi Nakamoto की पहचान गुप्त है। ये भी पता नहीं की ये कोई व्यक्ति है या समूह का नाम।

आज भी Bitcoin, Cryptocurrencies में सबसे लोकप्रिय है और 60-70 फ़ीसदी हिस्से पर कब्जा रखता है। वर्तमान में एक Bitcoin की value लगभग 8,70,216 रुपए है।

2. Litecoin (LTC)

Litecoin की शुरुआत 2011 में Bitcoin के विकल्प के तौर पर Charlie Lee द्वारा की गयी थी। तकनीकी तौर पर ये Bitcoin के तर्ज़ पर ही काम करता है पर Bitcoin के मुक़ाबले कही ज़्यादा fast और सस्ता है। जहाँ लेनदेन का amount कम हो वहाँ Litecoin सस्ते होने के कारण बहुत अच्छा विकल्प है। वर्तमान में एक Litecoin की value लगभग 4557 रुपए है।

3. Ethereum (ETH)

Ethereum की शुरुआत 2015 में Vitalik Buterin द्वारा की गयी। Bitcoin से अलग Ethereum एक platform है जिसकी currency Ether है। यह Bitcoin के बाद दूसरी सबसे लोकप्रिय Cryptocurrency है जो बहुत ही fast है। इस platform का फ़ायदा उन developers के लिए है जो Smart Contracts का उपयोग करते है। वर्तमान में एक Ether की value लगभग 34,400 रुपए है।

4. Ripple (XRP)

Ripple की शुरुआत 2012 में Chris Larsen & Jed McCaleb द्वारा की गयी। Bitcoin की तरह अंतरराष्ट्रीय transactions/payment के लिए ये बहुत भरोसेमंद platform है जिसका उपयोग बहुत सारे financial संस्थान और bank भी करते है। मतलब ये पूर्णतः decentralised (विकेन्द्रीकृत) system नहीं है।  इसके फ़ायदे वास्तविक समय (real time) में transaction, पारदर्शिता और सस्ता होना है। वर्तमान में एक Ripple की value लगभग 20 रुपए है।

5. Dash (DASH)

Dash की शुरुआत 2014 में Evan Duffield & Kyle Hagan द्वारा की गयी। ये भी Bitcoin के अपेक्षा fast और पारदर्शी है और इसका सबसे बड़ा फ़ायदा user privacy को महत्व देना है। वर्तमान में एक DASH की value लगभग 6427 रुपए है।

Cryptocurrency के फ़ायदे | Pros of Cryptocurrency

  • यह लेनदेन की बहुत secured व्यवस्था है।
  • लेनदेन करने वाले की पहचान पूर्णतः सुरक्षित रहती है क्यूँकि यहाँ किसी तरह की ID या पेपर की जरुरत नहीं होती।
  • Cryptography के इस्तेमाल के कारण यहाँ fraud होने का ख़तरा नहीं होता।
  • Cryptocurrency द्वारा किए गए अंतरराष्ट्रीय transactions पर लगने वाला charge बहुत कम होता है।
  • Cryptocurrency किसी सरकार या बैंक के दायरे में नहीं आता तो लेनदेन पर किसी की नजर नहीं होती।
  • किसी प्रकार के demonetization या पैसे के devaluation का इस पर कोई असर नहीं होता।

Cryptocurrency के नुकसान | Cons of Cryptocurrency

  • Cryptocurrency पर किसी Government का control नहीं होता तो ये बहुत परिवर्तनशील (volatile) होता। यानी demand और supply के हिसाब से कीमत बढ़तीघटती रहती है। ऐसे में कई बार आपका निवेश जोखिम भरा भी हो सकता।
  • Cryptocurrency द्वारा किए गए भुगतान को वापस कर पाना सम्भव नहीं। यानी एक बार आपके account से transaction होने के बाद फिर reverse नहीं होंगे।
  • Cryptocurrency wallet ID खोने की स्थिति में भी आपका पूरा नुकसान है क्यूँकि इसका वापिस होना भी सम्भव नहीं।
  • इसका उपयोग बहुत सारे illegal कार्यों में भी किया जा सकता। जैसा कि इस लेनदेन पर कोई नजर नहीं रख सकता और ना ही ये पता कर सकता की लेनदेन किसके बीच हो रही तो illegal कार्यों के लिए ये इस्तेमाल किया जा सकता है।

चलते चलते – Cryptocurrency kya hota hai in Hindi

तो दोस्तों अगर Cryptocurrency के भविष्य‘ की बात की जाए तो हमने देखा की किस तरह Cryptocurrency के द्वारा modern currency एक नए युग की तरफ जा रही है। भारत में भी Cryptocurrency business ने बहुत धूम से शुरुआत की और बहुत सारी startups ने इसे अपना business आधार बनाया।

परंतु सरकार द्वारा इसके इस्तेमाल को लेकर अभी भी स्तिथि स्पष्ट नहीं है। RBI ने April 2018 में अध्यादेश जारी कर सभी banks और financial संस्थानों की Cryptocurrency से जुड़ी गतिविधि को प्रतिबंधित कर दिया था। अभी हाल में Supreme Court के आदेश के बाद ये प्रतिबंध हटाए गए है। पर शायद सरकार इस बार किसी क़ानून को पारित कर इस पर पुनः प्रतिबंध करने का सोच रही।

भारत से अलग अगर विश्व में Cryptocurrency का बढ़ता चलन देखा जाए और जिस तरह से नित दिन नए Cryptocurrencies मार्केट में रहे, वो दिन दूर नहीं जब इसे वैश्विक (global) व्यवस्था का भाग मान लिया जाएगा।

उम्मीद है आपको ये जानकारीCryptocurrency kya hota hai पसंद आयी होगी। अब अगर आपसे कोई पूछे ‘Cryptocurrency के बारे में बताइए‘ तो आप सहर्ष बता सकते है। मैं आपलोगो के लिए ऐसी ज्ञानवर्धक और रोचक जानकारी लाने की कोशिश करता रहूँगा। आपसे निवेदन है की अगर आपको मेरा प्रयास सार्थक लगा तो इस article को सोशल media जैसे Facebook, Twitter आदि पर जरुर share करे।

धन्यवाद!!

ये भी जाने:

Leave a Comment